प्यार की आहट हो रही है | Pyar ki ahat ho rhi hai
प्यार की आहट हो रही है- कविता देखे
प्यार की आहट हो रही है
एक आहट हुई है ।
कुछ बैचेनी हुई है ।
दिल धड़क रहा है ।
क्या प्यार हुआ है ।।
मैं समझ रहा हूँ ।
अहसास हो रहा है ।
एक चेहरा दिख रहा है ।
लगता है, प्यार हुआ है ।
एक ही सोंच चल रही है ।
कुछ सपने चल रहे है ।
एक मुस्कान चढ़ रही है ।
कुछ प्यार हुआ है ।।
एक डर लग रहा है ।
कुछ घबराहट हुई है ।
कल की सोंच आ रही हैं ।
प्यार की तस्वीर छा रही है ।
मैं दूर जा रहा हूँ ।
कहीं खोता जा रहा हूँ ।
भटकता जा रहा हूँ ।
क्या प्यार का असर है ।।
एक सपना जग रहा है ।
तेरे साथ जग दिख रहा है ।
तेरी बात हो रही ।
प्यार हो रहा है ।।
नहीं सोंच रहा मैं ।
नहीं जा रहा मैं ।
फिर क्यों सोंच रहा हूँ ।
कहीं प्यार में ना गिर रहा हूँ ।।
दूर हूँ जग से मैं ।
दूर हूँ खुद से मैं ।
फिर !कैसे ये आहट हो रही है ।
क्यों प्यार की सुगबुगाहट हो रही है ।।
अनुभव बुरा है ।
समझ रहा हूँ ।
फिर से दर्द की राह जा रहा हूँ ।
फिर से प्यार में गिर रहा हूँ ।।
रोक रहा हूँ ।
रूक गया हूँ ।
ठहर गया हूँ ।
अभी प्यार में नही डूबा हूँ ।
फिर से वो ना होगा ।
जान बुझ दर्द ना लुगाँ ।
अकेला रह लुगाँ ।
प्यार ना होने दूगाँ ।।
Kavitarani1
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