मुझे| mujhe
मुझे
बहुत दबाया जा रहा है।
अपने वश में किया जा रहा है।
मैं चाहूँ जो साँस लेना ।
मेरा दम घोटा जा रहा है।।
हूँ आजाद आत्मनिर्भर मैं।
खुद की इच्छा पर जीने वाला।
आये दिन मुझे कुछ समझाया जा रहा है।
जो पता है सब बस वही बताया जा रहा है।।
ना चाहिए किसी को कुछ।
बेवजह निचा दिखाया जा रहा है।
मुझे अपनी जिद से झुकाया जा रहा है।
आज रिश्तों से मुझे बहुत दबाया जा रहा है।।
Kavitarani1
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