काश मैं रवि होता। (kash main Ravi hota)
काश मैं रवि होता
काश मैं रवि होता,
बेपरवा,लगातार चलता रहता,
पास आता कोई भस्म कर देता,
अपनी ही धुन में चलता रहता,
काश मैं रवि होता। ।
रोशन जग करता,
सबका जीवन बनता,
अंधेरा दूर करता,
सिहरन दूर करता,
सर्दी की दवा बनता,
लोगो की दवा बनता,
आस बनता खास बनता,
काश मैं रवि होता।
लोग रात भर मेरा इंतजार करते।
वृक्ष भी रात भर मेरा इंतजार करते।
दूर से ही मेरा दीदार करते।
ईश्वर को मेरा धन्यवाद करते।
मुझसे आस करते ।
मेरा ही विश्वास करते।
काश मैं रवि होता।।
बुराई मुझसे दूर होती।
शैतानियाँ मुझसे कांपती होती।
बुरी नजर मुझसे जल जाती।
बुरे लोग मुझसे छुप जाते।।
मेरे ताप से रोग सारे भाग जाते।
नये फुल खिल जाते।
पक्षी - पशु सारे खिलखिलाते।
धारायें साफ नजर आती।।
पहाङियाँ चमक जाती।
नये रास्ते फिर सुलभ होते।
आशाओं के दीप होते।
लोग खुशी से झूमते गाते।।
रवि को पाकर आह्लादित होता।
मुझे पाकर खुश होते।
काश ये सब सच होता।
काश मैं रवि होता।
काश मैं रवि होता।।
-कविता रानी।
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