जाने दे / jane de


व्यक्ति को अपने सपने पुरे करने के लिए हमेशा त्याग करने के लिए तत्पर रहना चाहिए। जीवन सफर में जो भी सहर्ष मिल रहा हो उसे लेकर आगे बढ़ना चाहिए। इसी में जो अपने सफर में साथ छोङ कर जा रहा हो उसे जाने देना चाहिए, उसकी थोङी भी परवाह नहीं करनी चाहिए।


 जाने दे


चल जाने दे, 

कोई खास नहीं कहने दे।

रहने जो जैसा भी है ।

बहने दे जो जैसा भी है। 

चल जानें दे,जो हुआ। 

अपनाने दे,जो हुआ। 

कई किस्से हैं जो, अनकहे रहे।

कई कहानियाँ अनसुनी रह गयी।

चल छोङ उन्हे, 

रहने दे,

चल जानें दे। 

कभी फिर समय बदलेगा।

कुछ अच्छा भी होगा।

जो हो रहा होने दे।

मन के बोझ उतार दे।

जो रुके तेरे लिए,

उन्हें रोक ले।

जो जा रहा उसे जाने दे।

चल जाने दे।।


-कविता रानी।

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