ओ रे पिया | O re piya
ओ रे पिया
मेरी अर्ज सुनजो जी.....
पिया जी मोरी अर्ज सुन जो जी....
मने आस लगी जी...जो...मोरी अर्ज सुन जो जी...
मैं पिया बावरी, तेरी बनूं सांवरी,
मेरी अर्ज सुन जो जी, पिया जी मोरी, अर्ज सुन जो जी...
गीत गाऊँ थारे वास्ते जी।
पिया जी मोरे...अर्ज सुन जो जी...
गाँव-शहर सूँ बोल लियाओ जी...
मिठे बोर लिया ओ जी...
गाँव री मिठास जीवन घोल जो जी.. .पिया जी मोरे...
शहराँ रा भाव ला जो जी...
म्हारी सुनी झोली जी... भरजो जी पिया,
गाँव बसजो जी ।
सोनी सुरत, माथा तिलक, सबको राम पाओ जी,
सबने राम कर जो जी, पिया जी म्हारे,
अगँना रमजो जी, पिया जी म्होरे मनड़े बस जो जी,
बालका म रमजो, बड़ाँ मन खिलजो,
लोगां म मिलजो जी पिया जी म्होरे ,
मनड़े बसजो जी, पिया जी म्हारे हिवड़े रमजो जी।
मेरी अर्ज सुन लो जी,
पिया जी म्हारे घर जल्दी आओ जी।
बेगा हालो जी पिया जी म्हारे,
जल्दी आओ जी। ।।
Kavitarani1
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