सोनिये | Soniye | my love


सोनिये - कविता का विडियो


सोनिये


रातें जागना और तारे गिनना ।

इतना नहीं कर सकता मैं ।

तु मिले और खुश रखूँ तुम्हें ।

इतना सोंच सकता हूँ मैं ।

मेरी सोनिये, 

तु मुझसे ज्यादा समझ वाली है ।

कैसे पाऊँ तुझे ।

देखे इतने चेहरे,

कैसे पहचान पाऊँ तुम्हेें । 

कैसे पाऊँ तुम्हें ।

सोनिये तु सपने में सुन्दर मेरी कहानी  है ।

तु मेरी रूह की प्यास,

मेरी जवानी है ।

दूर कब से तुझसे, 

कैसे मन समझाऊँ में ।

कब मिलेगी कहो,

कैसे मन लगाऊँ मैं ।

मेरी सोनिये,,,,,,,,,।


Kavitarani1 

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