अच्छा लग रहा है | achha lag rha hai
अच्छा लग रहा है
क्या कहूँ?
क्या अच्छा लगा रहा है।
वो मखमली होंठ,
और गुलाब की पंखुडियों से नजर हटे,
तो सोचूं; क्या अच्छा लग रहा है?
एक पल देख,
इन झील सी गहरी आँखों में जो ढुब गया।
वो रवि निकले इनसे तो कहे,
क्या अच्छा लगा रहा है?
वो बलखाती नागिन सी लटे,
जो डंस रही बार-बार।
इनके नशे से उभरूं,
तो कहूँ; क्या अच्छा लग रहा है?
वो सज-धज बैठे रहे बगल में,
साँस-में-साँस आये,
तो कहूँ; क्या अच्छा लग रहा है?
वो भर यौवन और लेकर अपना जीवन जब पूछ रहे तो,
कैसे कहूँ, क्या अच्छा लग रहा है?
जितना कहूँ कम लग रहा है।
अब ये जीवन पूरा लग रहा है।
जो भी हो जैसा हो,
वो मेरा हमसफ़र लग रहा है।
कई सालों बाद दिल का बोझ हल्का लग रहा है।
मेरे जीवन साथी के साथ अच्छा लग रह है।
अब सब अच्छा लग रहा है।।
Kavitarani1
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