जयकार हो, jai kar ho
जयकार हो
अंधकार में हो या प्रकाश में, रहे आस ये,
कि खास ये, काश ये, ना राज हो।
होना है जिसे नाराज हो, पर आपनी जयकार हो।
यलगार हो, ना हाहाकार हो, ना बहिष्कार हो ।
करे जो भला, बला को दान जो उसकी जयकार हो ।
जयकार हो, जयकार हो।।
मैं साथ सबके, सजके जाऊँ, जहाँ त्योहार हो ।
हो कोई धर्म, कर्म प्रधान हो, देश पहले,
और देशहित का जहाँ नाम हो, प्रणाम हो,
मेरा वही मुकाम हो और साथ सबके, सदके जाऊ,
हर बार जाऊँ, सबको बुलाऊ, जयकार हो,
मेरे देश की जय-जयकार हो।।
अकेले में रहूँ या रहूँ भीड़ में, मैं नीड़ में भी,
कहता रहूँ, सहूँ उतना जितना में सहता रहूँ,
ना कहूँ ज्यादा, ज्यादा ना कहने दूँ।
सब्र में जीऊँ, कब्र में भेज दूँ जो नकार दूँ।
अपनी और अपने देश की जयकार दूँ।
बस जयकार करूँ जय-जयकार करूँ।
जय हिन्द।।
Kavitarani1
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Jai ho
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