मेरी जिंदगी | Meri zindagi
मेरी जिंदगी
मेरी जिंदगी में चल रही जद्दो-जहद है ।
कुछ ख़्वाहिशें हासिये पर है कुछ हासिल है ।
नागवार सपनों की चाहत से मेरी हकीकत मचल रही है।
मेरी जिंदगी में आजकल हलचल बहुत है ।।
कुछ खास पाने की उम्मीदों से जुझ रहा हूँ ।
इस दुनिया के कठिन सबब सिख रहा हूँ।
मुझे चाहत नहीं ज्यादा कुछ पाने की।
पर तारे आसमान में तलाश रहा हूँ ।।
आज भी होंसले से पंख फैलाये हैं ।
जो चले साथ उनके गुण गाये है ।
राह के पत्थरों से नाराजगी छुपाई है ।
मैंने सब खोकर जिंदगी जो पाई है ।।
मैं कल की सोंच आज भी नहीं रूकता ।
जो कर ना सकूं पूरा वो वादा नहीं करता ।
कुछ अभिनय की कला मैंने पाई है ।
मुस्कुराहटों से मिल, मैंने गमों पर जीत पाई है।
मेरी कहानी के सब ही ये हिस्से हैं ।
जो मिले कहीं किसी मोड़ पर ये मेरे किस्से हैं ।
कुछ खास नहीं पर सबक सबने सिखाया है ।
ऐ जिंदगी तुने हर दिन बहुत सिखाया है ।।
Kavitarani1
101
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें