सपने सुहाने आये | Sapne suhane aaye
सपने सुहाने आये
मन भर देखे सपने सुहाने,
नैना भर-भर जाये ।
नैना भर जाये, सपने सुहाने आये ।
बिती रैना, नैना तरसे, बरस घनघोर हाये।।
नैना भर जाये, नैना बरसे जाये ।
कोई आके जरा कह दे,
कहाँ है पिया, परदेश मन क्यों जाये,
परदेश मन खिंचा जाये।।
नैना तरसे, सपने भर-भर आये, मन ना पाये ।
आधा रहा, रहा बाकि कई, बाकि कई कहाये ।
सपने आये मन भर -भर जाये, मन भर जाये ।
नैना भर जाये, सपने सुहाने आये ।
Kavitarani1
154
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें