काश ! तुम होती साथ / Kash ! Tum hoti sath
काश ! तुम होती साथ
देखो बादल छा गये ।
पर्वत पर मण्डरा गये ।
कुछ अठखेलियों सा कर रहे ।
कुछ बुँदे बरसा रहे ।
छायाँदार महोल हुआ ।
ठण्डाई का आलम हुआ ।
घुमने का मन कर रहा ।
काश ! तुम होती साथ ।
तो खुब मस्ती करते ।
पानी की बुँदो से लड़ते ।
हवाओं से बातें करते ।
बादलों की सवारी करते ।
झूमते - मौज करते ।
साथ में बहुत खुश रहते ।
अगर तुम साथ होते ।
कुछ बातें मन में सोंच ।
खुद ही निहारता बादलों को रोज ।
रोज नयी कहानी लिखता ।
तेरे जीवन में आने की राह तकता ।।
Kavitarani1
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