इस दुनिया में


 इस दुनिया में 


इस भीड़ भरी दुनिया में, 

मुझे कुछ ही लोग समझ आये।

उम्र बंधन से दूर, 

कुछ वृध्द,कुछ युवा ही भाये हैं ।

कुछ लोग मिले जो मुझसे थे,

इस भ्रम जाल वाली दुनिया में, 

मुझे कुछ ही सच्चे मिल पाये।

इन्हें सहजने की कोशिश में, 

इन्हें खोते हम आये ।

इस गुजरती दुनिया में, 

बस अकेले में खुश रह पाये।।


- कविता रानी।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

ऐ भारत के वीरो जागो / E Bharat ke veero jago

वो मेरी परवाह करती है | vo meri parvah karti hai

सोनिया | Soniya