काले मन वाले / kale man vale_ hindi poem
काले मन वाले
मिठे-मिठे बोल इनके।
मिठे-मिठे दिखावे।।
हज़म ना होती इनकी बनावटे।
हज़म ना होते इनके बहकावे।।
सफेद रंग में घिरे ये।
कहते रहते अपनी सफेदी की।।
काले हैं मन के ये।
ये काले मन वाले।।
ईष्या से भरे सारे।
द्वेष मन में पाले रखते।।
होड़ करते बुरी तरह से।
परेशानी का सबब बनते।।
कहते रहते काम आने की।
काम पड़ने पर काम ना आते।।
अपने ही काम को महत्व देते।
ये दिखावे में जीने वाले।।
जहाँ देखो सब जगह हैं ।
ये काले मन वाले। ।
- कविता रानी।
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