भारत मेरी जान है
भारत मेरी जान है
सुन्दर छवि है इसकी,
विविधता महान है।
विभिन्नताओं से अटा पड़ा,
भारत मेरी जान है। ।
अलग-अलग है बोली यहाँ,
अलग-अलग पहनावा है,
एकता है शान यहाँ की,
बारत मेरी जान है। ।
हर बच्चा राम यहाँ,
हर दावत रमजान है,
नानक की शिक्षा से,
भारत मेरी शान है। ।
गाँधी की लाठी से,
राणा की तलवार तक,
कलाम की कलम से लिखा,
भारत मेरी आन है। ।
झाँसी की रानी से,
कल्पना की उड़ान तक,
गार्गी के ज्ञान से जाना,
मेरा भारत महान है। ।
मगल पर पहरा करते,
चाँद का स्पर्श है,
ईसरो जैसे संस्था से,
भारत का अभिमान है। ।
आजादी का दिन है आया,
फिर से दिलों में जान है,
भारत माँ के जयकारो में,
भारत मेरी जान है। ।
गूंज उठी है आवाजें,
जग में रोशन नाम है,
भारत माँ का मस्तक ऊँचा,
हमें भारत पर अभिमान है। ।
धड़कनों में जोश भरा,
साँसों में जयकार है,
आजादी के पर्व पर गायें।
भारत मेरी जान है ।।
अखण्ड एकांत का सुत्र पहले,
पंथ निरपेक्षता का सिद्धांत है,
हर एक जन जननायक यहाँ,
भारत मेरी जान है। ।
।जय हिन्द।
।।जय हिन्द। ।
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