मेरी वाली | Meri vali | my beloved
मेरी वाली
अब बस दिन आ जाये,
जो सोंचा वैसा हो जाये ।
सब कहते मेरी वाली है,
अब मेरी वाली आ जाये ।।
देख उसे मन भर जाये,
खाना बनाये पेट भर जाये ।
प्यारे हाथों से वो सहलाये,
और हाथों से रोटियाँ खिलाये ।।
दिन गये बीत साल गुजारे है,
अब इंतजार गंवारा नहीं ।
कहीं से भी हो कैसे भी,
लानी है अब मेरी वाली ।।
हाँ सपने सारे उसके पुरे करूँ,
वो मांगे वो लाके दूँ ।
जाऊँ जहाँ उसे साथ रखूँ,
उसके साथ सारे स्वाद साथ चखुँ ।
उसकी बाते सुन मन भर जाये,
दिल पर वो छा जाये ।
किसी और की ओर नजर ना जाये,
मेरी वाली आ जाये ।।
अभी बस यही सोंच रहती है,
कैसी होगी वो,
वो कैसे रहती है ।
क्या समझ पायेगी वो मुझे कभी,
काम बहुत है करने मुझे अभी ।
सोंचा करूं कभी वो मेरे पास रहे,
और मैं उसके साथ रहूँ ।।
मैं अपनी जिंदगी उसे कहूँ,
और कहे वो मुझे अपनी जिंदगी ।
बस प्रेम आपस में रहे,
बस प्रेम आपस में रहे।
इंतजार हुआ बहुत सोंचते,
अब तो बस यही सोंचते।
कब आयेगी मेरी वाली,
दुनिया पुछती कहाँ घर वाली।
अब सवालों के जवाब नहीं,
मन में आस है रवि उदास नहीं ।
बात भी सही मैं कहीं,
क्यों वो कहीं ?
कहाँ है मेरी वाली?
ढूंढता मैं मेरी वाली ।।
Kavitarani1 k
58
Love you all my audience 😇
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