सोया सावन जगाये | Soya savan jagaye | sleeping rain awaken
सोया सावन जगाये
फुहार कोई आये,
मेरे मन का सावन जगाये।
फुलवारी कोई जाये,
सोया सावन जगाये।
उदासी कोई हटाये,
प्रेम की बारिश कराये।
बादल कोई बरसाये,
मन का सुखा मिटाये।
प्रेम कोई लाये,
मेरे सुने योवन को सुलगाये।
मधुर मौसम कोई लाये,
शीतल पवन हो जाये।
हरियाली कोई बुलाये,
धरती की जलन मिटाये।
फुहार बारिश की आये,
मेरे मन की आग बुझाये।
खुशबु कोई छाये,
मन की बास मिटाये।
नमी कहीं से आए,
तन की प्यास बुझाये।
जेठ की जलन भगाए,
जो सावन दौङा आए।
फुलवारी कोई छाये,
सोया सावन जगाऐ।।
- कविता रानी ।
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