आसान नहीं | Aasan nhi
आसान नहीं
तुमने कहा भूल जाओ,
मैंने कहा आसान नहीं।
तुमने कहा क्यों याद करतें हो ?
मैंने कहा ये मेरे वश में नहीं।
तुमने कहा मैंने ऐसा कुछ नहीं किया जो याद आऊँ ।
मैंने कहा ये तेरा गुनाह नहीं।
तुमने कहा क्या है मेरा गुनाह बताना मुझे ।
मैंने कहा यह समझ पाना तुम्हारे वश में नहीं।।
मैं अकेला प्यासा प्यार का ,
तुम मिली बुँद बारिस सी ।
मैं अधुरा, सुखा रेत सा ,
तुम पुरी होती दिखी बनी मिट्टी सी ।
मैं अकेला था एकांत में,
तुमने जैसे दीप जलाया है।
मेरे दिल के सुने कोनों में तुमने गीत गाया है।
कुछ दिन गूंजेगे गीत सुनेपन में,
फिर से शांति हो जायेगी मेरे सुखे उपवन में,
तो तुम सही अपनी जगह,
तेरी कोई खता नहीं।
भूल जाऊगाँ एक दिन,
मैं कहता हूँ रूक जा ।
पुछ ना बस छोड़ जा ।
Kavitarani1
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