लड़कियाँ / Ladkiyan
लड़कियाँ
बात करती है कुछ दिन ही,
मन लगे तब तक ही,
मन भर जाने पर गायब हो जाती है ।
और ज्यादा कहो तो चिढ़ जाती है ।
समझ जाये की वो क्या चाहती है ।
कहे तो नाराजगी बताती है ।
शर्माओ तो पागल कहती है ।
और खुलकर कहो तो ना पसंद की बताती है ।
हाँ, ये लड़कियाँ अपनी चलाती है ।
कोई बेहतर हमसे मिल जाये तो ।
हर बात पर बिगड़ने लगती है ।
अगर खुद का मन लग रहा हो तो,
समय नहीं, व्यस्त हूँ कहती है ।
मन नहीं लगता तो व्यथा सुनाती है ।
सुनो उनकी तो प्यार जताती है ।
प्यार से कहते रहो तो मुखरने लगती है ।
और कुछ ना कहो तो भी,
एक समय बाद बिगड़ने लगती है ।
पर जाती नहीं अगर आप जाने ना दे,
और अच्छे दोस्त बनें रहे,
आपका लुक मायने रखता है,
और मनोरंजन पर ही इनसे रिश्ता टिकता है ।
ये बातें मेरे अनुभव की है ,
कि कैसी हो गई लड़कियाँ आजकल की,
हाँ, ये लड़कियाँ आज कल की ।
Kavitarani1
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