करवा चौथ | Karva chauth
करवा चौथ
प्रेम के बन्धन में एक तप है।
मधुर संबंध में प्यार का जप है।
वैसे तो आते हैं व्रत उपवास कई।
पर करवा चौथ महाव्रत और प्रण है।।
सुबह से रात तक का उपवास है।
खाने से दूर पानी से भी परहेज है।
ये जोर जबरदस्ती का नहीं।
करवा चौथ तो मन से रखा उपवास है।।
इसमें बिन बोले प्रेम झलकता है।
इसमें बिन दिखाये प्यार दिखता है।
है कितनी परवाह अपने जीवन साथी की।
करवा चौथ में निस्संदेह प्रेम दिखता है।।
हमारी संस्कृति का उपहार है।
जीवन साथी की लंबी उम्र का वरदान है।
तप है शरीर का ये व्रत।
करवा चौथ करना आसान भी नही है।।
कितना मधुर और प्यार लगता है।
जब सब चाँद के दर्शन करते हैं।
जब ऑक में जीवन साथी को देखते है।
करवा चौथ में पतिव्रत धर्म दिखता है।।
बना रहे प्रेम बन्धन सबका ही।
आशीर्वाद रहे ईश्वर का सब पर ही।
सफल रहे महाव्रत सब का ही।
करवा चौथ पर माता जी की कृपा हो सब पर ही।।
- kavitarani1
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