सब सामान्य है | sab samanya hai | everything is fine
सब सामान्य है
आज सब सामान्य है।
दिन भर काम करना,
बच्चों को पढ़ाना उनसे उलझना।
और उनके बारे में सोचना होता है।
कमरे पर आने पर मोबाइल देखना।
और खाना बनाना, खाना होता है।
कुछ देर छत पर घूम लेता हूँ।
कुछ एक दो लोगों से बात कर लेता हूँ।
पर अब किसी से भी उतनी बात नहीं होती।
अनजाने काॅल आ जाते है।
हाँ वो रिश्ता बनाते और खो जाते है।
पर अब कोई ज्यादा गंभीर नहीं लगता।
अब सब अपने कामों में व्यस्त है लगता।
कोई है ही नहीं अब जिससे बात करने का मन हो।
ऐसा कोई गंभीर लक्ष्य भी नहीं की पढ़ता रहूँ।
कभी रविवार या छुट्टी पर घूमने चला जाता हूँ।
अगर पुछे कोई कैसे हो तो मुस्कुरा देता हूँ।
अब पहले से ज्यादा भुखा रहना पड़ता है।
पर भूखा सोऊँ ऐसा भी नही होता है।
अब समन्वय के साथ जीने लगा हूँ।
अर्धांगनी को भूल अब व्यस्त रहने लगा हूँ।
नहीं सोंचता घर और कार की।
ना चिंता किसी और काम की।
बस थोड़ा प्रयास पास जाने का,
और ऊपर के पद को पाने की करता हूँ।
मैं कोशिशें कर खुश रहता हूँ।
लग रहा सब ठीक सा है।
कोई बोझ है पर अब जी रहा हूँ।
अभी तो सब सामान्य है।।
Kavitarani1
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