ये जो जग कहे | Ye jo jag kahe

ये जो जग कहे - विडिओ देखे ये जो जग कहे ये जो वफा की बातें, दुनिया सिखाती है मुझे । खुद कोई अमल कर ले, सुधर जाये सब गीले ।। साथ कोई खड़ ना होता, साथ देने की करता बातें । याद कोई अपनी ना रखता, करता याद मेरी बातें ।। याद ना रखा मेरा संघर्ष, मेरे हर्ष पर खिझे मुझे । बातें कर -कर, कहते है संघर्षी मुझे ।। ये जो समझ की बातें, दुनिया सिखाती मुझे । खुद कुछ समझ ले तो, सुधर जाये सबकी रातें ।। खुन से सींच- सींच, बगीचा हरा किया । माली ने मर - मर, जग को सहेज लिया ।। आकर मालिक बैठे, ठहाके लगाये जो है सूल लिये । अनदेखा कर सब, भूल माली को; ऐंठे ।। याद करे ना ध्यान धरे, है जग कैसा मतलब लिये । बैठा खुश है देख, आस - पास के फुल खिले ।। ये वफा की बातें करे, जीये बस स्वार्थ लिये । ये जो खुद की कहे, ये ना किसी की सुने ।। Kavitarani1 158