काश ! तुम होती साथ / Kash ! Tum hoti sath

काश ! तुम होती साथ देखो बादल छा गये । पर्वत पर मण्डरा गये । कुछ अठखेलियों सा कर रहे । कुछ बुँदे बरसा रहे । छायाँदार महोल हुआ । ठण्डाई का आलम हुआ । घुमने का मन कर रहा । काश ! तुम होती साथ । तो खुब मस्ती करते । पानी की बुँदो से लड़ते । हवाओं से बातें करते । बादलों की सवारी करते । झूमते - मौज करते । साथ में बहुत खुश रहते । अगर तुम साथ होते । कुछ बातें मन में सोंच । खुद ही निहारता बादलों को रोज । रोज नयी कहानी लिखता । तेरे जीवन में आने की राह तकता ।। Kavitarani1 241